राम मंदिर का नवीनतम अपडेट
दीपावली के बाद मिट्टी के दीये पहली बार बाजार में आए।
22 जनवरी को पूरे देश में राम दिवाली मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। यह पहली बार है कि दीपावली के बाद मिट्टी के दीयों की मांग फिर से बढ़ गई है। नवंबर में हुई दिवाली के बाद, कुम्हारों के परिवार एक बार फिर दीयों के कारोबार में लग गए हैं।
आप आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि जी की बातें पढ़ें।
श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि जी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिवसीय अनुष्ठान किया था। उनका लक्ष्य देश में राम राज्य की स्थापना करना है। प्रधानमंत्री मोदी सभी लोगों की भलाई के लिए ऐसा कर रहे हैं। हमें यह निश्चय करना चाहिए।हम प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में कैसे भाग ले सकते हैं?
दिल्ली 11 दिनों के PM मोदी के विशेष अनुष्ठान से झूमेगी
राम मंदिर को लेकर देश भर के व्यापारी संगठनों ने राष्ट्रव्यापी उत्सव मनाने की योजना बनाई है। दिल्ली के बाजारों में अगले ग्यारह दिनों तक राम की धुन बजेगी। दिल्ली में ढोल, ताशे और शहनाई के साथ पीएम मोदी के ग्यारह दिन के विशेष अनुष्ठान से पहले राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर दिल्ली सहित पूरे देश में व्यापारी बहुत उत्साहित हैं।
10,548 खुफिया सीसीटीवी कैमरे शहर में
श्रीरामजन्मभूमि मंदिर की स्थापना के बाद अयोध्या की सुरक्षा महत्वपूर्ण बन गई है। अब तक, ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत जिले में 10,548 खुफिया कैमरे लगाए गए हैं, जो पूर्व में सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए थे। रामनगर में लगभग 3500 कैमरे हैं। कोतवाली अयोध्या क्षेत्र में 2,000, रामजन्मभूमि थाना में डेढ़ हजार और नगर कोतवाली क्षेत्र में 710 कैमरे हैं। इसके अलावा, येलो और रेड जोन में अलग-अलग क्षमता के नवीनतम कैमरे लगाए गए हैं।
अयोध्या से नेपाल बॉर्डर तक राम मंदिर की सुरक्षा को लेकर उच्च सतर्कता
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के आसपास अचूक सुरक्षा घेरा बनाया जा रहा है। 22 जनवरी को मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए अयोध्या से नेपाल बॉर्डर तक उच्च सतर्कता का पालन किया जाएगा। नेपाल से यूपी की करीब 570 किलोमीटर सीमा पर विशेष निगरानी है। इंटेलिजेंस टीम यूपी के खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, महाराजगंज, बलरामपुर सिद्धार्थनगर और पीलीभीत में तैनात हैं जो नेपाल बॉर्डर से लगते हैं। इन जिलों में करीब 257 सड़कें सीधे नेपाल बॉर्डर की ओर जाती हैं। हर मार्ग पर अलर्ट है।
सरकार अयोध्या में हर दिन 30 हजार लोगों के ठहरने का इंतजाम करेगी
22 जनवरी को श्रीरामलला अपने दिव्य-भव्य मंदिर में बैठेंगे। 22 जनवरी के बाद, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मेजबान के रूप में लोगों को आमंत्रित किया है, जो कई महीनों में कई राज्यों का दौरा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी ने स्वयं खाका बनाकर अफसरों को जिम्मेदारी दी है कि उनके रहने-खाने, रुकने और साफ सफाई की पूरी व्यवस्था हो। योगी सरकार ने फिलहाल शासन-प्रशासन स्तर पर हर दिन 30 हजार लोगों के रुकने की व्यवस्था की है। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इसमें अतिरिक्त वृद्धि भी की जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों रामनगरी में निरीक्षण और समीक्षा बैठकों में साफ-सफाई, आतिथ्यपूर्ण स्वागत और सर्वोत्तम व्यवहार सुनिश्चित करने को कहा।
प्राण प्रतिष्ठा के दिन उत्तर प्रदेश में सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे
प्रदेश में राम मंदिर के प्राण मंदिर समारोह के दिन सार्वजनिक अवकाश होगा। इसकी घोषणा बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुधारित कानून-व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा करते हुए की। उनका कहना था कि शिक्षण संस्थाओं के अलावा सरकारी कार्यालयों को भी बंद रखा जाएगा।
वीवीआईपी अभियान के लिए ग्रीन कॉरिडोर
वीवीआईपी अभियान के दृष्टिकोण से अयोध्या जाने वाले हर महत्वपूर्ण रास्ता एक ग्रीन कॉरीडोर बन जाएगा। योगी ने कहा कि समारोह में देश-विदेश से कई क्षेत्रों (धर्म, राजनीति, उद्योग, विज्ञान, सिनेमा, साहित्य, कला, आदि) से प्रमुख संत समाज उपस्थित होंगे। अब मकर संक्रांति से गोरखपुर में खिचड़ी मेला और प्रयागराज में माघ मेला चल रहा है। फर्रुखाबाद में भी पुराने समय से कल्पवास की परंपरा है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस भी मनाया जाएगा। यह बहुत महत्वपूर्ण समय है।